मोहब्बत की नशा तो चढ़ी भी नहीं थी क्या करू दुनिया वाले ने नशा दे बैठे।। मोहब्बत की नशा तो चढ़ी भी नहीं थी क्या करू दुनिया वाले ने नशा दे बैठे।।
दिल के अरमानों का, खून किया है फिर एक बार । दिल के अरमानों का, खून किया है फिर एक बार ।
यादेँ यादेँ
दिल की बातें...। दिल की बातें...।
एक मुक्तक...। एक मुक्तक...।
दिल में मेरे जो...। दिल में मेरे जो...।